तुम्हारी मोहब्बत 💕💕😍
अधूरा रह गया मेरा भी प्यार उन लाखों आशिकों की तरह
जिन्होंने प्यार तो बस एक बार ही किया
पर सज़ा हर दिन , हर रात ख़ुद को बार-बार दिया |
खुली आंखों से सपने देखने में कोई बुराई नहीं
पर तुम्हारे साथ पूरा जीवन बिताने का इंतज़ार
मैंने कितने साल से किया |
सुबह की पहली चाय
और तुम्हारे गालों को चूमते मेरे होंठ
जैसे एक तूफ़ान को तुमने अपने वश में किया |
वो तुम ही थी ना
जो मेरे चेहरे पर के हाव-भाव से
पल भर में मेरे दिल का सारा हाल जान लेती थी |
कोई परेशानी खंजर बन सीने में ना उतर जाए मेरे
तुम उससे पहले ही
मेरे माथे को चूम अपनी बाहों में घेर लेती थी |
खाना खाया , क्या खाया , कितना खाया
इन सब का हिसाब
तुम गिन-गिन कर ख़ुफ़िया जासूस सी लेती थी |
अनाथ नहीं हो तुम पागल
मेरे मां-बाप की जगह भी
तुम बड़े आराम से लेती थी |
जब बातें बिगड़ी
तब तुम सारी मुसीबतों की जड़
अपने काम को देती थी |
घंटो-घंटो कभी बातें होती थी अपनी
आज तुम मिनटों-मिनटों में
फ़ोन दस बार काट देती थी |
शिकवे-गिले नहीं थे तुमसे
क्योंकि अपनी इस जान पर
तुम कभी अपनी जान देती थी |
चोरी-छुपके ही किया तुमने उससे प्यार
कभी दुनियां की सारी दौलत को
मेरे लिए ठोकर भी मार देती थी |


Comments
Post a Comment