आकर्षण का सिद्धांत- Law of attraction
“आपकी वर्तमान जिंदगी आपके भूतकालीन विचारो का ही प्रतिबिंब है।”
आकर्षण का सिद्धांत- सीधा सा अर्थ है आकर्षित करना। अर्थात् हम जिसे चाहे आकर्षित कर सकते है। अगर आप दुख, बीमारी, गरीबी चाहते है तो ऐसे ही विचार सोचना शुरू कर दीजिए यकीनन आपको गरीब बनने से कोई नहीं रोक पाएगा.
उसके विपरीत अगर आप अमीर, लोकप्रिय, सुस्वास्थ्य, खुशी चाहते है तो खुशी, धन, सेहत के विचार सोचना शुरू कर दीजिए, और एक बार फिर, यकीनन आपको अमीर बनने से कोई नहीं रोक पाएगा। यही आकर्षण का सिद्धांत है। 
आप खुद सोचे चुंबक लोहे के सिवाय और किसी को Attract कर सकती है क्या? क्या चुंबक तांबा, पीतल, रबर, कांच आदि को आकर्षित करती है? नहीं। क्योंकि चुंबक और लोहे की Frequency एक है इसिलिए दोनों एक दूसरे को आकर्षित कर पाते है। उसी प्रकार इंसान के विचारों की Frequency और चाहे गए सपनों की फ्रीकवेंसी एक हो जाती है, तो इंसान द्वारा चाही गई सभी चीजे खुद ब खुद उसकी तरफ आकर्षित हो जाती है।
आकर्षण के सिद्धांत के छोटे मोटे उदाहरण हम अनजाने में रोज देखते है, लेकिन कभी गौर नहीं करते-
- याद कीजिए आप काफी दिनों से अपने किसी नजदीकी रिश्तेदार से Phone पर बात करने की सोच रहे है लेकिन किसी कारणवश Call नहीं लगा पा रहे है और अचानक ही दूसरे दिन उसी रिश्तेदार का फोन आपके पास आ जाता है!
 - आप को कोई गाना याद आ गया, आप सुबह से उसी गाने को गुनगुनाए जा रहे है, शाम को जब FM शुरू करते है तो वही गाना बज रहा होता है!
 - आप अपने लिए कोई चीज खरीदना चाह रहे है लेकिन किसी कारणवश नहीं खरीद पा रहे है और आपकी Birth Day या अन्य Occasion पर वही चीज आपको Gift में मिल जाती है!
 - आप अपने किसी पुराने Friend को याद कर रहे है जिससे आपका अब Contact नहीं है और कुछ ही दिनों में वह आपको Facebook पर मिल जाता है!
 - आप परीक्षा में 80 % को लक्ष्य मानकर पढाई कर रहे है और रिजल्ट में आपके उतने ही प्रतिशत बन जाते है!
 
सवाल यह उठता है कि हम मनचाही चीज इस सिद्धांत के द्वारा कैसे और कितने समय में पा सकते है? इसके जवाब निम्न है-
कैसे पाए?- ब्रह्मांड (Universe) आपकी सेवा में सदा से खड़ा है, वह संसार को आपके Accordingly change भी कर सकता है। बस आपको केवल आदेश देने से शुरूआत करनी होती है। मुख्यतः आकर्षण का सिद्धांत मांगने और विश्वास करने पर आधारित है, लेकिन इसकी पूरी प्रक्रिया निम्न है-
1. इच्छा बताए- सर्वप्रथम इस ब्रह्मांड को अपनी इच्छा बताए। उसे कहे कि मुझे यह चाहिए जैसे कि प्रमोशन, पैसे, गाड़ी, अच्छी बीवी या परीक्षा में सफलता, कुछ भी। यह आप पर निर्भर है। जो भी चाहते है दिल खोलकर बता दे।
2. विश्वास करे- आपने जो भी चाहा है, उस पर विश्वास करे कि वह आपको जरूर मिलेगा। मन में एक पल भी शंका नहीं आनी चाहिए। आपको हर पल विश्वास से लबरेज रहना है। Be confident. आपके विचार आपकी मनचाही चीज को तभी आकर्षित कर पाएंगे जब आप उस पर पूर्ण रूप से Believe करेंगे। मतलब कि आपके बोलने, उठने, चलने, व्यवहार सब में वह विश्वास झलकना चाहिए कि आपने जो मांगा था वह आप की ओर खींचा चला आ रहा है। रात को सोने के समय, दिन में आराम के वक्त उस चीज को पाने के सपने देखे और खुशी महसूस करे कि जैसे वह आपको मिल गई है।
आपने ब्रह्मांड से मांगा कि मुझे कार चाहिए, आपके व्यवहार या विश्वास में तो कही यह बात दिख ही नहीं रही है कि आपको Car चाहिए तो ब्रह्मांड इसे एक बोगस Entry मानकर इस इच्छा को Reject कर देगा। इसके लिए यह चाहिए कि आप अपने मन में मनचाही कार की Design के विचार लाए, Car का Color सोचे, कार आने के बाद कहां कहां घूमने जाएंगे यह सोचे और भी बहुत कुछ जो आप खुशी खुशी Imagine kar सकते है। मेरे लिए इसने हर पल काम किया है। 
3 काम करते जाए- आपने आकर्षण के नियम के तहत ब्रह्मांड से कुछ मांग लिया है, और आप बैठे बैठे या सोते सोते उस के सपने देख रहे है और काम कुछ भी नहीं कर रहे है तो क्या यह नियम काम करेगा? नहीं। Law of Attraction में आप द्वारा चाही गई चीज आपकी ओर खींची हुई आती है, लेकिन साथ में आपको भी उसकी ओर कुछ कदम बढाने होते है। 
आपने ब्रह्मांड से कह दिया कि मैं World का बेहतरीन Cricketer बनना चाहता हूं लेकिन आप कभी Cricket खेलने जाओगे ही नही तो क्या दुनिया के बेहतरीन क्रिकेटर बन पाओगे? नहीं। मैनें Successful Poet and Writer बनने का सपना देखा है, अगर मैं लिखूंगा ही नही तो क्या यह हकीकत हो जाएगा? Exam में Top करने का सपना देखा, और पढे ही नही तो? पास भी नहीं हो पाओगे। 
इस लिए आपने जो भी Imagine kiya है उसे पाने की दिशा में अपनी तरफ से भी कोशिश करते जाइए, साथ ही साथ अपनी मेहनत से खुश होकर अपने मन में यह विचार भी जमाते जाइए कि आपकी मनचाही चीज (Wished Dream) आपकी ओर खींची चली आ रही है। ब्रह्मांड जब आपको तन और मन से उस चीज के प्रति व्याकुल (Attract) देखेगा, तो स्वंय उसे भी आपकी मनचाही चीज देने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
4. पाए- उपर के तीन Stage आप लगन, Honestly और विश्वास के साथ करते जा रहे है, तो इस Point में सिर्फ इतना ही कहना है कि देर सवेर आप अपने लक्ष्य को पाने वाले है।
कितने समय में?- यह आप पर निर्भर है! जी हां यह आप पर ही निर्भर है कि कितने समय में आप अपनी मनचाही चीज पा लेंगे। जब आप आकर्षण के सिद्धांत को अपनी इच्छा पूरी करने के लिए कहते है तो उस पर फौरन प्रतिक्रिया (Action) शुरू हो जाती है। लेकिन जब तक आपके विचार उस मनचाही चीज को पाने की स्थिति में नहीं आ जाते तब तक वह आपको नहीं मिलती। 
ब्रह्मांड आपकी इच्छा, उसे पाने की आपकी ललक, आपके विचारों, Imagination and Dreams की Frequency आदि को देखकर यह तय करता है कि आपकी मनचाही चीज आपको कब मिलनी है? आप अपने विचारों में शक्ति पैदा करके 3 साल से लेकर 3 मिनट तक में Law of Attraction का Successfully Use कर सकते है।
आकर्षण का नियम आधुनिक देन नहीं है। यह बरसों से चला आ रहा है, हमारे कई पूर्वज इसकी ताकत को जानते और पहचानते ही नहीं बल्कि अपनाते भी थे। आकर्षण के नियम और कल्पना के हकीकत बनने के बारे में उन्हें पूरी जानकारी थी






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